Typhoid Needs Attention

टाइफाइड से बचाव कैसे करें?

टाइफाइड से बचाव के सरल उपाय।

कहा जाता है कि टाइफाइड चार चीजों (4F)- यानी मक्खियों, उंगलियों, मल और फोमाइट्स (संक्रमण फैलाने वाली चीजें) से फैलता है।[1] यह उन समुदायों में तेजी से फैलता है, जहाँ साफ-सफाई और सुरक्षित पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं है।[2]

टाइफाइड की रोकथाम के लिए आप मुख्य रूप से ये तीन काम कर सकते हैं:[3]

हाथों को नियमित रूप से धोएँ

सुरक्षित खान-पान की आदत अपनाएँ और सुरक्षित पेयजल का उपयोग करें

टीका लगवाएँ

WASH प्रोटोकॉल

स्वच्छ पेयजल, पर्याप्त साफ-सफाई और स्वच्छता उपायों की कमी के कारण समुदाय में बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ सकते हैं। WASH प्रोटोकॉल (पानी, साफ-सफाई और स्वच्छता) का पालन करने से टाइफाइड की रोकथाम में मदद मिल सकती है। WASH से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाना ही टाइफाइड और दूसरी संक्रामक बीमारियों के मामलों को कम करने की बुनियाद है।[1]

साबुन और पानी उपलब्ध नहीं होने पर अल्कोहल से बने हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।[3]

खान-पान की सुरक्षा

पेय पदार्थों की सुरक्षा[3]

  • फ़िल्टर किया हुआ या उबला हुआ (पीने से पहले पानी को कम से कम 1 मिनट तक उबालें) पानी पियें या बोतलबंद पानी का उपयोग करें
  • आइसक्रीम, पॉप्सिकल्स या बर्फ के संदिग्ध स्रोतों से बचें (जब तक कि यह मिनरल्स या उबले पानी से न बना हो)
  • पाश्च्युराइज नहीं किया गया दूध पीने से बचें

खाद्य पदार्थों की सुरक्षा[3,4]

  • अच्छी तरह पका हुआ भोजन करें
  • सब्ज़ियों और फलों को साफ पानी से अच्छी तरह धोने के बाद ही खाएँ
  • स्ट्रीट फूड से बचें, जब तक कि वह ताजा पकाया हुआ, गर्म परोसा हुआ और स्वच्छता से तैयार किया हुआ न हो
  • पाश्च्युराइज नहीं किए गए डेयरी उत्पादों से बचें
  • अधपके अंडे से परहेज करें

टीकाकरण

WASH प्रोटोकॉल को देश के हर कोने तक पहुँचने में कई साल लगेंगे, लेकिन टीकाकरण समुदाय में तेजी से पहुँच (जैसा कि COVID के दौरान अनुभव किया गया) सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का यह सुझाव है कि, टाइफाइड के अधिक खतरे वाले देशों में इसके फैलने की संभावना को कम करने के लिए बचाव के तरीके के रूप में टीकाकरण पर विचार करना चाहिए।[5]

भारत में टाइफाइड के दो प्रकार के टीके उपलब्ध हैं:[5]

टाइफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन (TCV)

यह इंजेक्शन के जरिए दिया जाने वाला टीका है, जिसमें वाहक प्रोटीन से जुड़ा Vi पॉलीसैकेराइड एंटीजन मौजूद होता है।

Vi पॉलीसैकेराइड (Vi-PS) वैक्सीन

यह इंजेक्शन के जरिए दिया जाने वाला अनकॉन्जुगेट पॉलीसैकेराइड वैक्सीन है, जो केवल शुद्ध Vi एंटीजन पर आधारित है।

टाइफाइड के टीकों की तुलना[5,6]

विशेषताएँ टाइफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन (TCV)+ Vi पॉलीसैकेराइड (Vi-PS)
असर 87.1% तक 55-61%
उम्र उम्र 6 महीने और उससे अधिक उम्र के बच्चों को दिया जा सकता है 2 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को दिया जा सकता है
माध्यम इंजेक्शन इंजेक्शन
सुरक्षा कम-से-कम 7 सालों तक अधिकतम 2 से 3 साल

+ऊपर दी गई तालिका के डेटा टाइपबार-टीसीवी पर किए गए अध्ययनों से लिए गए हैं। दूसरे टीसीवी टीकों के लिए डेटा फिलहाल उपलब्ध नहीं है।

डब्ल्यू.एच.ओ.-सेज (W.H.O.-SAGE) का कार्य समूह टायफाइड के टीकाकरण पर सिफ़ारिश करता है कि 6 से 23 माह के बच्चों के लिए टी.सी.वी. (TCV) को नियमित शिशु टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाए।[6] यह वैक्सीन लगाने के कम से कम 28 दिन बाद प्रभाव दिखाना शुरू करती है।
नोट: कृपया सही डोज़ के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।[7]

टाइफाइड बुखार से बचाव का सबसे बेहतर तरीका क्या है?

WASH (वॉश) + टीकाकरण टाइफाइड से बचाव का सबसे बेहतर तरीका है। बेहतर स्वच्छता और साफ-सफाई से इसका खतरा कम हो सकता है, परंतु इन आदतों को अपनाने के साथ-साथ टीका लगवाने से संक्रमण की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।

संदर्भ

अस्वीकरण: इस वेबसाइट पर मौजूद सामग्री का उद्देश्य टाइफाइड के बारे में सामान्य जानकारी प्रदान करना है। इसे किसी डॉक्टर की सलाह नहीं समझा जाना चाहिए। किसी भी चिकित्सीय स्थिति के बारे में अपने किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।

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