टाइफाइड के लक्षण क्या हैं?
इन्हें जल्दी पहचानना जटिलताओं को रोक सकता है।

सामान्य तौर पर बैक्टीरिया के संपर्क में आने के 1 से 3 हफ्ते के भीतर टाइफाइड या मियादी बुखार (एन्टरिक फीवर) के लक्षण दिखाई देने लगते हैं तथा कुछ दिनों या हफ्तों में मरीज की हालत धीरे-धीरे बदतर हो सकती है।
टाइफाइड बुखार के लक्षण और संकेत[1]

लगातार बढ़ने वाला तेज बुखार (एक-एक चरण आगे बढ़ने वाला पैटर्न)

सिरदर्द

ठंड लगना

कमजोरी या थकान

भूख न लगना

पेट दर्द

चकत्ते या धब्बे (आमतौर पर छाती या पेट पर, गोरी त्वचा पर स्पष्ट नज़र आता है)

खाँसी

बहुत ज्यादा पसीना आना

मांसपेशियों में दर्द

उबकाई और उल्टी

दस्त या कब्ज
सावधानी बरतें[2]
टाइफाइड के बैक्टीरिया कोई लक्षण पैदा किए बिना भी शरीर में रह सकते हैं। इसे एसिम्प्टोमैटिक इन्फेक्शन (लक्षण-रहित संक्रमण) कहते हैं।
इलाज नहीं कराए जाने पर टाइफाइड गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है, जिसमें आंतों से खून बहना, आंतों में छेद होना और मस्तिष्क में सूजन शामिल है, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है या मनोरोग हो सकता है।
लक्षणों के ठीक होने के बाद भी कुछ लोगों में बैक्टीरिया मौजूद हो सकता है, और वे अनजाने में अपने मल के ज़रिये इसे दूसरों तक फैला सकते हैं।

संबंधित पृष्ठ
संदर्भ
अस्वीकरण: यह भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड की ओर से शुरू की गई एक जन जागरूकता पहल है। इसका उद्देश्य सामान्य जानकारी प्रदान करना है और यह इलाज के लिए दी जाने वाली सलाह नहीं है। यहाँ डॉक्टर, चिकित्सा सुविधाओं और ग्राफ़िक्स को सिर्फ उदाहरण के तौर पर दिखाया गया है। इलाज से संबंधित किसी भी स्थिति के बारे में अपने किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।